Friday, May 3, 2024
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‘एक अच्छा वैज्ञानिक निर्णय’: कोविशील्‍ड की खुराक के बीच गैप बढ़ाने के फैसले को सीरम CEO अदार पूनावाला ने सराहा

"यह एक बहुत अच्छा कदम है क्योंकि यह उन आँकड़ों पर आधारित है जो सरकार ने रिसीव किए थे। इसके आधार पर उन्होंने गैप बढ़ाने का एक अच्छा वैज्ञानिक निर्णय लिया है।"

केंद्र सरकार ने कोविशील्‍ड वैक्‍सीन के दो डोज के बीच अंतर को बढ़ाकर 12 से 16 सप्ताह कर दिया है। अब तक 6 से 8 सप्ताह के अंतर पर कोविशील्‍ड दी जा रही थी। हालाँकि देश में बनी कोवैक्सीन की डोज के अंतराल में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

इससे पहले, केंद्र सरकार ने कोविशील्ड वैक्सीन के दो डोज के बीच का समय पहले से दो हफ्ते ज्यादा कर दिया था। शुरुआत में कोविशील्ड के दोनों डोज के बीच 4 से 6 हफ्ते, यानी 28 से 42 दिन का अंतर रखा जाता था। इसके बाद इसे बढ़ाते हुए 6 से 8 हफ्ते यानी 42 से 56 दिन कर दिया गया था।

भारत में कोविशील्‍ड बना रहे सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा था कि अगर डोज के बीच दो-तीन महीने का अंतर हो तो वैक्‍सीन 90% तक असरदार हो जाती है। वहीं अब अदार पूनावाला ने दो डोज के बीच अंतर को बढ़ाकर 12 से 16 सप्ताह करने के सरकार के फैसले की सराहना की है। उन्होंने NDTV से बात करते हुए कहा कि गैप को बढ़ाना एक अच्छा वैज्ञानिक निर्णय है।

अदार पूनावाला ने NDTV से कहा, “यह प्रभावकारिता और इम्यूनोजेनेसिटी दोनों दृष्टिकोण से फायदेमंद है। यह एक बहुत अच्छा कदम है क्योंकि यह उन आँकड़ों पर आधारित है जो सरकार ने रिसीव किए थे। इसके आधार पर उन्होंने गैप बढ़ाने का एक अच्छा वैज्ञानिक निर्णय लिया है।” पूनावाला ने पिछले दिनों कहा था कि कोविशिल्ड वैक्सीन की प्रभावशीलता 90 प्रतिशत तक बढ़ जाती है अगर दोनों शॉट्स के बीच लगभग ढाई से 3 महीने का गैप दिया जाता है।

इस साल की शुरुआत में प्रकाशित ‘द लैंसेट’ की एक स्टडी में दावा किया गया था कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सपोर्ट से एस्ट्राजेनेका द्वारा बनाई गई वैक्सीन की दो डोज के बीच अगर एक महीने का गैप दिया जाता है तो कोविशील्ड वैक्सीन 70 फीसदी प्रभाव के साथ काम करती है।

पूनावाला ने कहा कि एक महीने के गैप में डोज देने पर वैक्सीन 60-70 प्रतिशत प्रभाव दिखाती है। उन्होंने बताया कि करीब एक हजार लोगों पर एक शोध किया गया, जिसमें उनको वैक्सीन की दोनों डोज दी गईं। दोनों डोज के बीच इस दौरान 2-3 महीने का गैप दिया गया। इस शोध के रिजल्ट में सामने आया अगर वैक्सीन की डोज लोगों को 2-3 महीने के अंतराल पर दी जाती है तो इसकी प्रभावशीलता 90 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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