Tuesday, April 30, 2024
Homeरिपोर्टमीडियान्यूज़लॉन्ड्री और न्यूज़क्लिक के ऑफिस में IT विभाग की छापेमारी, मीडिया गिरोह में खलबली:...

न्यूज़लॉन्ड्री और न्यूज़क्लिक के ऑफिस में IT विभाग की छापेमारी, मीडिया गिरोह में खलबली: रिपोर्ट

जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) को न्यूज़ पोर्टल ‘Newsclick’ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जाँच में कुछ अहम सबूत मिले थे। इस न्यूज़ पोर्टल और इसके प्रोमोटरों ने श्रीलंका-क्यूबा मूल के एक कारोबारी नेविले रॉय सिंघम से एक करार किया था, जो शक के घेरे में है।

आयकर विभाग ऑनलाइन मीडिया पोर्टल, न्यूजलॉन्ड्री और न्यूजक्लिक के कार्यालयों पर छापेमारी कर रही है। छापेमारी कथित तौर पर शुक्रवार (सितंबर 10, 2021) सुबह शुरू हुई। छापेमारी के पीछे का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। लेकिन ‘मीडिया गिरोह’ में कहीं न कहीं खलबली मची है ये बात सामने आ रही है।

इससे पहले फरवरी में भी न्यूज़क्लिक पर छापा मारा गया था। छापे कथित तौर पर एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले से संबंधित थे और एजेंसी विदेश में ‘संदिग्ध कंपनियों’ से संगठन को प्राप्त धन की जाँच कर रही थी। कंपनी पर 3 साल में 30 करोड़ रुपए से अधिक धन प्राप्त करने का आरोप था।

जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) को न्यूज़ पोर्टल ‘Newsclick’ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जाँच में कुछ अहम सबूत मिले थे। इस न्यूज़ पोर्टल और इसके प्रोमोटरों ने श्रीलंका-क्यूबा मूल के एक कारोबारी नेविले रॉय सिंघम से एक करार किया था, जो शक के घेरे में है। ‘PPK Newsclick Studio Pvt Ltd’ को जो 38 करोड़ रुपए की बड़ी फंडिंग मिली थी, उसका मुख्य स्रोत इसी कारोबारी को माना जा रहा है, जिसके सम्बन्ध चीन से हैं।

वेबसाइट को ये रकम 2018-21 के बीच विदेश से भेजी गई थी। TOI की खबर के अनुसार, इस मामले की जाँच कर रहे ED के सूत्रों ने बड़ी जानकारी दी कि कारोबारी नेविले का सम्बन्ध चीन की सत्ताधारी पार्टी ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC)’ के एक प्रोपेगंडा संगठन से है। ‘भीमा-कोरेगाँव’ हिंसा से भी इस न्यूज़ पोर्टल के तार जुड़े थे क्योंकि जो रकम इसे मिली, उसका कुछ हिस्सा तथाकथित एक्टिविस्ट्स को दिया गया।

हालाँकि फिलहाल यह नहीं पता चल पाया है कि अभी जो छापेमारी की जा रही है, वह पिछले छापेमारी से संबंधित है या नहीं। इधर न्यूज़लॉन्ड्री के एक कर्मचारी ने द वायर को बताया, “अभी तक न्यूज़लॉन्ड्री के केवल एक कार्यालय में छापेमारी की गई है।” कर्मचारी ने यह भी कहा कि मीडिया आउटलेट के ‘वित्तीय रिकॉर्ड की जाँच की जा रही है’। रिपोर्ट में उल्लेखित एक सूत्र के अनुसार, “आज सुबह 11:40 बजे जब I-T अधिकारी आए, तो सर्वोदय एन्क्लेव में कार्यालय में लगभग 20 लोग थे। सभी के फोन जब्त कर लिए गए और स्विच ऑफ कर एक साथ टेबल पर रख दिया गया।”

बता दें कि ‘न्यूज़क्लिक’ ही वो वेबसाइट है, जिस पर पत्रकार अभिसार शर्मा अपने वीडियो पोस्ट करते हैं। धान को गेहूँ बताकर चर्चा में आने वाले पत्रकार से ट्विटर ट्रोल बने अभिसार शर्मा ने बताया था कि वो इसी चैनल (न्यूज़क्लिक) पर अपने शो ‘बोल के लब आज़ाद हैं तेरे’ और ‘न्यूज़ चक्र’ करते हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

भक्तों से चढ़ावा लेने पर तमिलनाडु पुलिस ने 4 पुजारियों को किया गिरफ्तार: जानिए अंग्रेजों का काला कानून हिंदुओं को कैसे कर रहा प्रताड़ित

तमिलनाडु के एक मंदिर के चार पुजारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने भक्तों द्वारा चढ़ाए गए पैसे को अपने घर ले गए।

‘राम का मुकाबला करने के लिए शिव’: हिन्दुओं को बाँटने के लिए नया हथियार लेकर आई कॉन्ग्रेस, खड़गे को अपने प्रत्याशी का नाम याद...

श्रीराम की प्रशंसा परशुराम जी ने 'जय महेस मन मानस हंसा' कह कर की है, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे राम और शिव को लड़ाना चाहते हैं। हिन्दुओं को बाँटने की ये कौन सी नई चाल है? शिव तो राम को पुष्कराक्ष, महाबाहो, महावक्षः और परन्तप कहते हैं, दोनों में कैसा भेद, कैसी लड़ाई?

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -