छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की लाश 3 जनवरी 2025 को एक सेप्टिक टैंक में मिली थी। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपित कॉन्ग्रेस नेता एवं ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, उसके भाई और 4 अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुरेश के ठिकानों पर बुलडोजर भी चली है। मुकेश चंद्राकर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है। उनके तमाम अंगों में घाव मिले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुकेश को कत्ल से पहले बुरी तरह से तड़पाया गया था। मुकेश को इतना मारा गया था कि उनका लिवर 4 टुकड़ों में बँट गया था। सीने की 5 पसलियाँ और कॉलर बोन भी टूटे पाए गए। कॉलर बोन पसलियों को हाथों की हड्डियों से जोड़ती है। हाथ की हड्डी दो टुकड़ों में बँट गई थी। पिटाई से पसलियों के टूटने के बाद दिल भी फट गया था। गर्दन की हट्टी टूट गई थी। मृतक के सिर पर भी 15 घाव पाए गए हैं।
सिर पर किए गए वार से मृतक की खोपड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। उनके सीने और सिर को खासतौर पर निशाना बनाया गया था। मुकेश का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर का कहना है कि 12 साल के मेडिकल करियर में उन्होंने ऐसा नृशंस मामला पहले कभी नहीं देखा। डॉक्टर का मानना है कि मौत से पहले किसी भारी चीज से मुकेश के शरीर के कई हिस्सों पर वार किए गए थे।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब 31 मई 2019 को बीजापुर जिले के भोपालपटनम गए थे, तब पार्टी के SC मोर्चा के सचिव एवं आरोपित सुरेश ने उनका जोरदार स्वागत किया था। उसके द्वारा जारी किए गए पोस्टर में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी और सोनिया गाँधी तक दिखे थे। सुरेश ने अपनी फेसबुक प्रोफ़ाइल पर भी इसे शेयर किया था।
गौरतलब है कि 1 जनवरी 2015 को 33 वर्षीय पत्रकार मुकेश चंद्राकर लापता हो गए थे। परिजनों ने सुरेश चंद्राकर पर अगवा करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने उनका शव 3 जनवरी को सुरेश की एक बिल्डिंग के सेप्टिक टैंक से बरामद किया था। हत्या की वजह मुकेश द्वारा सुरेश चंद्राकर की बनवाई सड़क में कमियाँ उजागर करना बताया जा रहा है। पुलिस इस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।