Friday, October 4, 2024
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बेटा ही नहीं, माँ भी फेक न्यूज की मास्टरनी: AltNews वाले प्रतीक सिन्हा की तरह ही ‘कुख्यात’ हैं उनकी डायरेक्टर अम्मी निर्झरी सिन्हा

निर्झरी सिन्हा वहीं महिला हैं, जिन्होंने अपने पति मुकुल सिन्हा के साथ 2002 में गुजरात दंगों के ‘पीड़ितों’ के लिए लड़ाई लड़ी और गोधरा कांड को एक्सीडेंट बताने का भरसक प्रयास किया।

वैसे तो ऑल्ट न्यूज (Alt News) फैक्टचेक करने का दावा करती है। लेकिन फेक न्यूज फैलाने में वह किस कदर माहिर है, यह अब जगजाहिर है। इस संस्थान से जुड़े लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने और हिंदू घृणा फैलाने का कोई अवसर जाया नहीं करते। इन्हीं कारणों से इस वेबसाइट का सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर फिलहाल जेल में बंद है। एक अन्य संस्थापक प्रतीक सिन्हा भी पुराना फेक न्यूज पैडलर है। प्रतीक सिन्हा की माँ निर्झरी सिन्हा जो ऑल्ट न्यूज की डायरेक्टर हैं, वह भी सोशल मीडिया पर बेटे की तरह कारनामों के लिए ही कुख्यात हैं।

बेटे जैसी ही ‘कुख्यात’ निर्झरी सिन्हा भी

निर्झरी सिन्हा (Nirjhari Sinha) का फर्जी खबरें फैलाने और बेबुनियाद दावे करने का लंबा और घिनौना इतिहास रहा है। हाल ही में @Gujju_Er ट्विटर हैंडल ने निर्झरी सिन्हा के ऐसे कुछ कारनामों को सोशल मीडिया में शेयर किया है। सिन्हा को 2016 में गुजरात टूरिज्म एड का मजाक उड़ाने के लिए 2004 की एक तस्वीर साझा करते हुए पकड़ा गया था। इसी तरह एक तस्वीर ऐसे पेश की जैसे भगवान कृष्ण ईद मना रहे हों।

एक बार उन्होंने दक्षिणी दिल्ली में कानूनी फर्म टीएंडटी पर छापे का वीडियो यह बताते हुए शेयर किया कि चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्य सचिव के आवास पर छापे पड़े हैं। गायक झवेरचंद मेघनानी की 125 वीं जयंती के अवसर पर गुजरात सरकार ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। सिन्हा ने इसके निमंत्रण कार्ड का कवर पेज साझा करते हुए दावा किया कि इसमें मेघनानी की ही तस्वीर नहीं है। जबकि हकीकत में कार्ड में गायक की 13 तस्वीरें थी।

निर्झरी सिन्हा ने भाजपा नेताओं के खिलाफ भी फर्जी खबरें फैलाती रहती हैं। एक बार दावा किया कि भाजपा नेता नक्सलियों को हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराती है। एक बार फेक तस्वीर से यह बताने की कोशिश की कि आर्थिक अपराधों में लिप्त लोग देश से सुरक्षित भाग सके इसके लिए एयर इंडिया नया काउंटर खोल रही है।

2020 में चीन से कोरोना वायरस भारत में आने के बाद इन्होंने पीएम से अपनी असहमति जाहिर करते हुए एक गरीब परिवार की फोटो शेयर की थी, जो बिना छत के बैठे थे। सिन्हा ने इस फोटो पर पीएम के लिए लिखा था कि पीएम इन्हें क्या कहना चाहेंगे घर में रहें, बाहर न घूमें। उन्होंने जो तस्वीर शेयर की थी वह 2016 की थी। लेकिन अपनी नफरत का प्रदर्शन करने के लिए सारी समझ को किनारे रखते हुए कोरोना से लड़ाई के समय लॉकडाउन पर ही सवाल उठा दिया था।

निर्झरी वहीं महिला हैं, जिन्होंने अपने पति मुकुल सिन्हा के साथ 2002 में गुजरात दंगों के ‘पीड़ितों’ के लिए लड़ाई लड़ी और गोधरा कांड को एक्सीडेंट बताने का भरसक प्रयास किया।

ऑल्ट न्यूज का सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा

ऑल्ट न्यूज का सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा भी माँ (निर्झरी सिन्हा) की तरह फेक न्यूज फैलाने में माहिर है। दिसंबर 2020 में सोशल मीडिया यूजर @BefittingFacts ने ट्विटर पर AltNews के प्रतीक सिन्हा को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी और भ्रामक जानकारी देने पर बेनकाब किया था। बताया था कि हिंदुओं से नफरत करने वाले सिन्हा ने ‘फैक्ट चेक’ के रूप में गुजरात के ट्रुथ, इओपिनियन और ऑल्ट न्यूज जैसे संदिग्ध पोर्टल पीएम मोदी को गाली देने और बदनाम करने के लिए बनाया है।

2016 में नोटबंदी के बाद सिन्हा ने वित्तीय संस्थानों में लंबी कतारों में खड़े लोगों की तस्वीरें साझा करते हुए आरोप लगाया था कि मोदी सरकार के फैसले के कारण लोगों कई परेशानियां उठानी पड़ी। हालाँकि, सिन्हा ने अपनी बात कहने की जल्दबाजी में नोटबंदी से लगभग दो साल पहले 2014 की एक तस्वीर साझा कर दी। इसी तरह 2016 में गुजरात में गायों की दुर्दशा बताने के लिए 2004 की एक तस्वीर का उपयोग करते हुए उसे पकड़ा गया था।

गौरतलब है कि प्रतीक सिन्हा ऑल्ट न्यूज का सह-संस्थापक है। लेकिन उसकी पहचान स्टॉकर सिन्हा के तौर पर भी होती है। यदि उसे कोई पसंद न आए तो वह साइबर स्टॉकिंग और डॉक्सिंग से भी गुरेज नहीं करता।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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