Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयसंसद में चल रही थी बहस, MP ने महिला सांसद को जड़ डाले 2...

संसद में चल रही थी बहस, MP ने महिला सांसद को जड़ डाले 2 थप्पड़! गिरफ़्तारी की माँग: वीडियो वायरल

सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि डिबेट के दौरान दोनों सांसदों में किसी मुद्दे को लेकर तीखी बहस हो रही होती है।

ट्यूनीशिया की संसद में एक पुरुष सांसद ने बहस के दौरान एक महिला सांसद को पीट दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में दिख रहा है कि पार्लियामेंट में डिबेट के दौरान निर्दलीय सांसद समरा साहबी अचानक से अपनी सीट से उठे और महिला सांसद अबीर मोउसी को कई थप्पड़ मार दिये।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि डिबेट के दौरान दोनों सांसदों में किसी मुद्दे को लेकर तीखी बहस हो रही होती है। इसी दौरान समरा साहबी अपनी सीट से उठते हैं और अबीर पर थप्पड़ चलाने लगते हैं। घटना के दौरान कई सदस्य मामले को संभालने की कोशिश करते दिख रहे हैं।

बताया जाता है कि यह वीडियो 1 जुलाई का है। फ्री डिस्टोरियन पार्टी की नेता अबीर मोउसी संसद में ट्यूनीशिया और कतर फंड फॉर डेवलप के बीच हुए एक करार पर अपना विरोध दर्ज करा रही थीं। उसी दौरान पुरुष सांसद ने इस घटना को अंजाम दिया।

बहस के दौरान फेसबुक लाइव में अबीर मोउसी कहा कि ट्यूनीशिया के लोगों देखो ये हमारे देश को बेचने की कोशिश की जा रही है। इसी दौरान पुरुष सांसद ने उन पर हमला कर दिया। इस घटना के बाद मोउसी ने अपना दर्द बयाँ किया। उन्होंने वीडियो पर कैप्शन दिया, “ये है उनका असली चेहरा। हिंसा, नियमों को तोड़ना और महिलाओं का अपमान करना।” बता दें कि साल 2019 के चुनावों में अबीर मोउसी ने 17 सीटें जीती थीं।

जज और कार्यकर्ता कलथौम कानो ने आरोपित सांसद समरा की गिरफ्तारी की माँग की है। वो साल 2019 में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी रह चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अबीर मोउसी और फ्री डेस्टोरियन के सांसद इस्लामी आंदोलनों के मुखर आलोचक रहे हैं। खासतौपर ये एन्नाहदा आंदोलन और इंटरनेशनल यूनियन ऑफ मुस्लिम स्कॉलर्स (आईयूएमएस) के भी विरोधी रहे हैं।

मामले में डेमोक्रेटिक ब्लॉक की प्रतिनिधि सामिया अब्बू ने कहा, “संसदीय ताकत सांसद को कानून से ऊपर नहीं रखती है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

असम के मुस्लिम बहुल इलाकों में जनसंख्या से अधिक आधार कार्ड: CM सरमा का ऐलान- जिसका NRC का आवेदन नहीं, उसे AADHAAR नहीं

असम के सीएम सरमा ने कहा है कि जिन लोगों ने NRC के लिए आवेदन नहीं किया है, उन्हें आधार कार्ड नहीं जारी किया जाएगा।

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -