Sunday, September 8, 2024
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अलीगढ़ मर्डर केस में तीसरा आरोपित मेंहदी हसन भी गिरफ्तार, वकील नहीं लड़ेंगे केस

आरोपित से हत्या के मामले में पूछताछ की जा रही है। जिस दिन बच्ची का शव मिला था, उसी दिन मेंहदी हसन को भीड़ ने पकड़ा था लेकिन वह फरार होने में कामयाब हो गया था।

अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम बच्ची सोनम (बदला हुआ नाम) की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने शनिवार (जून 8, 2019) को तीसरे आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने जिसे पकड़ा है, वह आरोपित जाहिद का भाई मेंहदी हसन है। आरोपित से हत्या के मामले में पूछताछ की जा रही है। जिस दिन बच्ची का शव मिला था, उसी दिन मेंहदी हसन को भीड़ ने पकड़ा था लेकिन वह फरार होने में कामयाब हो गया था। मेंहदी से पहले इस मामले में जाहिद और असलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। आरोपियों ने बताया कि महज ₹10 हजार के लिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। बच्ची के पिता ने आरोपित से ₹50 हजार उधार लिए थे, जिसमें से ₹10 हजार वो वापस नहीं कर पा रहे थे। इस बात को लेकर बच्ची के पिता और आरोपियों के बीच कहा-सुनी हुई और फिर आरोपियों ने बदला लेने के लिए ढाई साल की मासूम सी बच्ची की निर्ममता से हत्या कर दी।

वहीं, बच्ची का पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिल हदला देने वाली है। पोस्टमार्टम में सामने आया है कि बुरी तरह से पिटाई के कारण उसकी छाती के बाएँ हिस्से में चोट थी। उसकी सारी पसलियाँ टूटी हुई थीं। बाएँ पैर में फ्रैक्चर, सर में गंभीर चोट, एक हाथ शरीर से कटा हुआ था। इसके अलावा बच्ची के दोनों आँखों के टिशू बुरी तरह से खराब हो चुके थे। मासूम को इस कदर मारा गया था कि उसका नोजल ब्रिज (नाक और माथे को जोडने वाली हड्डी) टूट गई थी। उसके शरीर में कीड़े पड़े हुए थे, जिसके कारण मासूम की हड्डी भी एक्सपोज़ हो रही थी।

इस केस में ताज़ा समाचार मिला है कि अलीगढ़ बार एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि वो आरोपितों का केस नहीं लड़ेंगे। बार एसोसिएशन की माँग है कि आरोपितों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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