भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पाकिस्तानी प्रोपेगेंडे को हवा देने के लिए लगातार सोशल मीडिया पर फर्जी खबर फैलाई जा रही थीं। इन्हीं फर्जी जानकारियों में एक जानकारी IAF की महिला पालयट स्क्वार्डन लीडर शिवांगी सिंह के पाकिस्तान में पकड़े जाने को लेकर थी, जिसकी पोल अब चारों ओर से खुली है।
खुद पाकिस्तानी सेना ने स्वीकार कर लिया है कि उनकी गिरफ्त में भारत का कोई ऑफिसर नहीं हैं। जो महिला पायलट पर फैलाया गया वो सब फेक न्यूज का पार्ट था।
दिलचस्प बात ये है कि शिवांगी सिंह को लेकर झूठ फैलाने का काम सबसे पहले इस्लामी प्रोपगेंडा फैलाने वाली साइट ‘अल जजीरा’ ने ही किया था।
Al Jazeera spreads Pakistani propaganda, even Pakistan army won’t back it up!
— Political Kida (@PoliticalKida) May 11, 2025
First they claimed a female Indian pilot was captured.
Then Pakistan’s own army denied catching any pilot.
Fake news meets failed state. pic.twitter.com/fFtC2gIaXC
अल जजीरा के पत्रकार कमाल हैदर ने ही इस्लामाबाद से लाइव रिपोर्टिंग के दौरान बताया था कि पाकिस्तानी सरकार के अनुसार उन्होंने भारत के दो जेट गिरा दिए हैं और भारत की एक महिला पायलट पकड़ी गई है।
Indian Female Air Force pilot has NOT been captured🚨
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 10, 2025
Pro-Pakistan social media handles claim that an Indian Female Air Force pilot, Squadron Leader Shivani Singh, has been captured in Pakistan.#PIBFactCheck
❌ This claim is FAKE!#IndiaFightsPropaganda@MIB_India… pic.twitter.com/V8zovpSRYk
इस झूठ के आधार पर पाकिस्तानी हैंडल्स ने एक वीडियो शेयर करते हुए खूब झूठे दावे किए। ऐसे फैलाया गया जैसे भारतीय मीडिया जो बता रहा है कि उनका कोई पायलट नहीं पकड़ा गया, सब सुरक्षित हैं… बिलकुल झूठ बात है। हालाँकि अब उनकी ही फौज ने स्वीकार कर लिया है कि पाकिस्तान के पास कोई भारतीय अधिकारी कैद में नहीं है।
LOL, I just spoke to Sqn Ldr Shivangi Singh, the woman IAF pilot these clowns at Al Jazeera are claiming has been captured by Pakistan. She’s at her base and on duty. pic.twitter.com/aw3ZvmOiXW
— Shiv Aroor (@ShivAroor) May 11, 2025
वहीं भारतीय पत्रकार शिव अरूर ने भी पुष्टि की है कि आईएएफ पायलट शिवांगी सुरक्षित हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने उनसे बात की है। पाकिस्तानी हैंडल सिर्फ झूठ फैला रहे हैं।