जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदुओं पर आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ साफ है। हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार एक्शन मोड में आ गई है। गुरुवार (24 अप्रैल 2025) को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें कॉन्ग्रेस नेता राहुल गांधी समेत सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में इस हमले की एकजुट होकर निंदा की गई और सभी नेताओं ने सरकार के हर कदम का समर्थन करने का भरोसा दिया।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि रक्षा मंत्री ने पहलगाम हमले और कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) के फैसलों की जानकारी दी। रिजिजू ने कहा कि यह घटना बहुत दुखद है और पूरा देश चिंतित है। सरकार ने साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहे हैं। सभी नेताओं ने सरकार के अब तक के कदमों और भविष्य की कार्रवाइयों का समर्थन किया। भारत ने साफ कर दिया कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता, सख्ती जारी रहेगी।
#WATCH | Delhi: After the all-party meeting, Union Minister Kiren Rijiju says, "The meeting went very well, and in fact, all the political leaders unanimously supported the action taken by the Cabinet Committee on Security (CCS) with regard to Pakistan. The Government made it… pic.twitter.com/6zdywpSoct
— ANI (@ANI) April 24, 2025
सरकार ने बताया कि पहलगाम रूट आमतौर पर जून में अमरनाथ यात्रा के लिए खोला जाता है, क्योंकि उस दौरान वहाँ तीर्थयात्री रुकते हैं। लेकिन इस बार स्थानीय टूर ऑपरेटर्स ने बिना प्रशासन को सूचित किए 20 अप्रैल 2025 से टूरिस्ट बुकिंग शुरू कर दी। इसकी वजह से वहाँ सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं हो पाई, जो हर साल जून में होती है। इस सुरक्षा चूक ने हमले का रास्ता आसान कर दिया। सरकार अब ऐसी लापरवाही रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी में है।
पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाइयों का जवाब देते हुए शिमला समझौता रद्द करने और अपने एयरस्पेस को बंद करने की गीदड़भभकी दी है। लेकिन भारत में सभी दल एकजुट होकर सरकार के साथ खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम की माँग कर रहे हैं।