प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CNN-News18 द्वारा आयोजित ‘Rising Bharat Summit’ में वक़्फ़ संशोधन क़ानून को सामाजिक न्याय की दिशा में एक ठोस और बड़ा क़दम करार दिया। रामेश्वरम के पम्बन पुल के हाल ही में हुए उद्घाटन का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि क़रीब 100 वर्ष पहले अंग्रेजों ने वहाँ पुल बनाया था, लेकिन सुनामी के कारण वो क्षतिग्रस्त हो गया। पीएम मोदी ने कहा कि लोग माँग करते रहे लेकिन कोई काम नहीं हुआ, हमारी सरकार आई तो देश को पहले वर्टीकल-लिफ्ट सी-ब्रिज मिला।
पीएम मोदी ने इस दौरान ‘Delay is the enemy of Development’ (देरी विकास का दुश्मन है) का नारा दिया। पीएम मोदी ने जानकारी दी कि पिछले 100 दिनों में सेना के लिए मेड इन इंडिया लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर खरीद को हरी झंडी मिली और वक्फ कानून में संशोधन का बिल पास हुआ। बकौल पीएम मोदी, ये 100 दिन 100 फैसलों से भी बढ़कर है, ये 100 संकल्पों के सिद्धि का है। उन्होंने मुद्रा योजना के 10 वर्ष पूरे होने की भी चर्चा की और बताया कि कैसे पहले खाता खोलने के लिए भी बैंक गारंटी चाहिए थी, लोन तो सामान्य परिवारों के लिए सपना हुआ करता था।
उन्होंने जानकारी दी कि पिछले एक दशक में इस योजना के तहत 52 करोड़ लोन बिना गारंटी के दिए गए, जबतक ट्रैफिक लाइट रेड से ग्रीन होती है तबतक 100 मुद्रा लोन क्लियर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि जबतक किसी OTT पर आप एक एपिसोड खत्म करते हैं, तबतक 5000 मुद्रा लोन जारी कर दिए जाते हैं। इसकी वजह से 11 करोड़ लोगों को पहली बार स्वरोजगार के लिए ऋण मिला है। बकौल पीएम मोदी, ये 11 करोड़ लोग फर्स्ट टाइम एन्टरप्रेनर बनेंगे।
पीएम मोदी ने बताया कि 37 लाख करोड़ रुपए का लोन मुद्रा के जरिए दिया गया, कई देशों की तो इतनी GDP भी नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि पहले पिछड़े जिलों में अधिकारियों को ‘पनिशमेंट पोस्टिंग’ के लिए भेजा जाता था – ये सोच थी ‘पिछड़ा को पिछड़ा रहने देने की’। पीएम मोदी ने बताया कि इन जिलों में उनकी सरकार ने काम किया और आज वही Aspirational (आकांक्षी) जिले विकास की नई गाथा लिख रहे हैं, वहाँ के युवा कह रहे हैं – ‘हम भी कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि जब विकास को आकांक्षाएँ मार्गदर्शित करती हैं तो वो टिकाऊ भी होती है और समावेशी भी। पीएम मोदी ने कहा कि अलग मुल्क का विचार सामान्य मुस्लिम परिवारों का नहीं बल्कि कुछ कट्टरपंथियों का था, जिसने तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कॉन्ग्रेस ने खाद-पानी दिया जिससे कट्टरपंथी नेताओं को सत्ता और दौलत मिली, जबकि ग़रीब व पसमांदा मुस्लिमों को उपेक्षा, अशिक्षा और बेरोजगारी मिली। वहीं मुस्लिम महिलाओं को शाहबानो जैसा अन्याय मिला जहाँ उनका अधिकार कट्टरपंथ की भेंट चढ़ गया, उन्हें मिला चुप रहने का आदेश और कट्टरपंथियों को मिला खुला लाइसेंस।
पीएम मोदी ने 2013 में वक़्फ़ क़ानून में हुए संशोधन को मुस्लिम कट्टरपंथियों और भू-माफियाओं को ख़ुश करने का प्रयास बताते हुए कहा कि इस क़ानून ने संविधान के ऊपर खड़े होने का भ्रम खड़ा किया। पीएम मोदी के अनुसार, संविधान द्वारा खोले गए न्याय के रास्तों को वक़्फ़ क़ानून ने संकुचित कर दिया, जिससे भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हुए। उन्होंने इस दौरान केरल में ईसाई परिवारों, कर्नाटक में किसानों और हरियाणा में गुरुद्वारों पर वक़्फ़ के कब्जे का जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ़ एक नोटिस आता था और लोग अपने ही घर के लिए कागज़ ढूँढ़ते रह जाते थे। उन्होंने देश की संसद को सर्व समाज और मुस्लिमों के हित में शानदार क़ानून बनाने के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे वक़्फ़ की भावना की भी रक्षा होगी और महिलाओं व पसमांदा मुस्लिमों के अधिकार सुरक्षित रहेंगे, ये 75 वर्ष में संसद में दूसरी सबसे लंबी डिबेट थी – दोनों सदनों को मिला कर 16 घंटे चर्चा हुई, JPC की 38 बैठकें हुईं, 128 घंटे चर्चा हुई और देशभर से लगभग 1 करोड़ ऑनलाइन सुझाव आए।
पीएम मोदी ने कहा कि ये दिखाता है कि हमारा लोकतंत्र सिर्फ़ संसद की चहारदीवारी तक सीमित नहीं है बल्कि जन-भागीदारी से चलता है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान ये भी ऐलान किया कि जल्द ही भारत क दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने कहा कि विकास की इस अभूतपूर्व गति को भारत के युवा और उनके आकांक्षाएँ व महत्वाकांक्षाएँ ड्राइव कर रही हैं। 2025 के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में पीएम मोदी ने कहा कि इनमें हुए निर्णयों में भी युवा आकाँक्षाओं की झलक दिखेगी, जिसमें भविष्य की मजबूत नींव रखी गई।