न सिर्फ ज़मीन पर बल्कि सोशल मीडिया पर भी इस्लामी कट्टरपंथी उन्हें धमकाने में लगे हैं, जो भारतीयता या देश की बातें करते हैं। इसका उदाहरण तब देखने को मिला, जब याना मीर नामक एक महिला ने अपने भतीजे की सेना की वर्दी में तस्वीर डाली। एक्टिविस्ट याना मीर ने अपने भतीजे मोहम्मद की तस्वीर शेयर की, जो सेना की वर्दी पहने हुए था और काफी क्यूट लग रहा था। लेकिन इस्लामी कट्टरवादियों ने उसे भी नहीं बख्शा। उन्होंने भड़क कर मोहम्मद के मौत तक की भी दुआ माँग ली।
दरअसल, याना ने लिखा कि उनका भतीजा मोहम्मद भारत के लिए जम्मू कश्मीर के आतंकियों से लड़ने के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने लिखा कि मोहम्मद आर्मी मेजर से प्रेरित है। साथ ही उन्होंने ‘नारा-ए-तकबीर’ के साथ-साथ ‘जय हिन्द’ भी लिखा। जहाँ अधिकतर लोगों ने बच्चे और याना मीर की प्रशंसा की, कुछ इस्लामी कट्टरवादी भी बीच में घुस आए और गालियाँ बकी। इनमें से एक नाम सुलैत फैसल नामक इस्लामी कट्टरपंथी का भी है, जिसने याना मीर के भतीजे के मरने की बात कही।
फैसल ने लिखा कि वो ऐसा कुछ कहना नहीं चाहता है लेकिन वो आशा करता है कि याना मीर का भतीजा उसी तरह मारा जाए, जिस तरह से भारत की ‘डरपोक सेना’ जम्मू कश्मीर के निर्दोष नागरिकों की ‘हत्याएँ’ करती हैं। साथ ही उसने तंज कसते हुए पूछा कि क्या कश्मीर चाहिए? इसके बाद उसने अश्लीलता प्रकट करते हुए लिखा- ‘__ मेरा!’ सोशल मीडिया में कई लोगों ने फैसल के इस ट्वीट की निंदा की और उसके इस असंवेदनशील ट्वीट को डिलीट करने के लिए कहा।
![](https://i0.wp.com/hindi.opindia.com/wp-content/uploads/sites/6/2020/07/Yana-Mir.jpg?resize=473%2C1024&ssl=1)
सुलैत फैसल के ट्विटर हैंडल के अनुसार, वो पाकिस्तान के कराची का रहने वाला है। उसने लिखा है कि वो एक कवि बनना चाहता है। उसने अपनी ट्वीट को डिलीट करना तो दूर की बात, उलटा वो अपने ट्वीट के पक्ष में तर्क देता रहा। उसने अपनी ट्वीट को एकदम जायज ठहराया। कुछ लोगों ने इसे पाकिस्तान की मानसिकता बताया तो कुछ ने इसे इस्लामी कट्टरवाद करार दिया।
जहाँ तक याना मीर की बात है, उन्होंने अपनी कवर पिक में भाजपा नेता वसीम बारी कि तस्वीर लगा रखी है, जिनकी आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकियों ने बुधवार (जुलाई 08, 2020) देर शाम भाजपा के जिलाध्यक्ष वसीम बारी की हत्या कर दी थी। आतंकवादियों ने वसीम बारी के अलावा उनके पिता और भाई की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। उमर भाजपा की जिला युवा इकाई का सदस्य थे, जबकि उनके पिता बशीर शेख भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रह चुके थे।