Sunday, December 22, 2024
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घर पर मनेगी एल्विश यादव की होली, नोएडा के कोर्ट ने दी जमानत: साँपों का जहर सप्लाई करने के मामले में 5 दिन से जेल थे बंद

नोएडा की अदलत ने उन्हें ₹50,000-₹50,000 के दो मुचलकों पर जमानत दी। नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव को 17 मार्च को गिरफ्तार किया था। उनके जमानत के पहले भी प्रयास हुए थे लेकिन नोएडा में वकीलों की हड़ताल हो रही थी, इसकी वजह से उनकी जमानत नहीं हो पा रही थी।

यूट्यूबर और बिग बॉस OTT के विजेता एल्विश यादव को साँपों के जहर मामले में जमानत मिल गई है। उन्हें नोएडा के कोर्ट ने शुक्रवार (22 मार्च, 2024) को जमानत दे दी है। उन्हें नोएडा पुलिस ने साँपों का जहर सप्लाई करने के आरोप पर गिरफ्तार किया था।

नोएडा की अदालत ने उन्हें ₹50,000-₹50,000 के दो मुचलकों पर जमानत दी। नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव को 17 मार्च को गिरफ्तार किया था। उनके जमानत के पहले भी प्रयास हुए थे लेकिन नोएडा में वकीलों की हड़ताल हो रही थी, इसकी वजह से उनकी जमानत नहीं हो पा रही थी।

एल्विश के वकील प्रशांत राठी ने जमानत मिलने पर कहा, “सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने उन्हें ₹50,000 के दो मुचलकों पर जमानत दे दिया। हमने कोर्ट से कहा कि एल्विश यादव निर्दोष है। एल्विश के दो दोस्तों की भी बेल हो गई है।” एल्विश के खिलाफ दर्ज मामले में NDPS धारा भी जोड़ी गई थी। हालाँकि बाद में यह सामने आया था कि कोर्ट ने उन पर लगी 6 NDPS धाराओं में से 2 धाराएँ हटा दी थी। उन पर से मामला अब भी खत्म नहीं हुआ है, मुकदमा अभी चलता रहेगा।

एल्विश के विषय में यह भी जानकारी सामने आई थी कि उन्होंने साँपों का जहर सप्लाई करने की बात कबूली थी। हालाँकि, इस बात को एल्विश के माता पिता ने नकारा था। एल्विश के माता पिता उनसे जेल में मिलने भी गए थे। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की थी।

आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, एल्विश यादव के माता सुषमा यादव और पिता राम अवतार यादव ने बताया था कि वो लोग अपने बेटे से मिलकर आए हैं और उनके बेटे ने कोई गुनाह नहीं कबूला है। ऐसी खबर न चलाई जाए। उन्होंने कहा कि उनका बेटा बिलकुल निर्दोष है और साफ सुथरा है। उसने कुछ गलत नहीं किया।

उनसे जब एल्विश यादव के लग्जरी लाइफस्टाइल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा अगर उनका बेटा लग्जरी लाइफस्टाइल जीता है तो इसका मतलब ये नहीं कि उसपर संदेह किया जाए। एल्विश के पिता ने बताया कि उनके बेटे के पास कोई लग्जरी गाड़ी नहीं है। दो गाड़ियाँ हैं- फॉर्च्यूनर और वैगनआर। उन्होंने बताया कि एल्विश की वीडियो में जो दिखती हैं वो लोन पर ले रखी हैं। इसके अलावा कुछ गाड़ियाँ वो दोस्तों से लेता है।

एबीपी से बात करते हुए, एल्विश यादव के माता-पिता ने मेनका गाँधी से कहा था कि वो उस संस्था की अध्यक्ष हैं जिसने एल्विश पर केस किया है। अगर एल्विश की गिरफ्तारी के बाद उन्हें खुशी मिल गई हो तो वो उनके बेटे पर थोड़ी सी दया दिखाएँ। अपनी बात कहते हुए एल्विश के माता-पिता कई बार भावुक हुए। उन्होंने कहा कि तीन दिन से उन दोनों के पेट में अन्न का दाना तक नहीं गया। पता नहीं लोग क्यों उनके बच्चे को परेशान कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि चूँकि उनका बेटा कम उम्र में इतना मशहूर हो गया इसलिए लोगों को उससे जलन होने लगी। पिता बोले कि वो खुद एक टीचर हैं। जब वो दूसरों के बच्चों को पढ़ाते हैं तो क्या अपने बच्चे को नहीं पढ़ाया होगा। उन्होंने कहा- “मुझे अपनी परवरिश पर गर्व है और मैं हर जन्म में उसका पिता बनना चाहूँगा।”

एल्विश पर मुकदमा ‘पीपुल्‍स फार एनिमल संस्‍थान’ के पदाधिकारी गौरव गुप्‍ता ने दर्ज कराया था। एफआईआर छह लोगों के खिलाफ थी। इसमें आरोप था कि रेव पार्टियों में साँपों का जहर सप्लाई करने में एल्विश भी जुड़े हैं। इसके बाद नोएडा पुलिस ने जाँच शुरू की और पार्टी से मिले सैंपल चेक कराए। रिपोर्ट में सामने आया कि वो सैंपल कोबरा-करैत प्रजाति के थे। इस रिपोर्ट के आने के एक माह बाद ही एल्विश की गिरफ्तारी हुई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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