Saturday, October 12, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाकालिंदी एक्सप्रेस को बेपटरी करने के आरोप में हिस्ट्रीशीटर शाहरुख खान गिरफ्तार, ISIS कनेक्शन...

कालिंदी एक्सप्रेस को बेपटरी करने के आरोप में हिस्ट्रीशीटर शाहरुख खान गिरफ्तार, ISIS कनेक्शन का शक: इस ट्रेन में 2019 में हो चुका है धमाका, हमले का दिया गया था ‘पैगाम’

इससे पहले 21 फ़रवरी 2019 को कानपुर-भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस बम विस्फोट हुआ था। इसमें किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं आई थी। विस्फोट की जाँच करते समय सुरक्षा एजेंसियों को जैश-ए-मोहम्मद के संचालक द्वारा लिखा गया एक पत्र मिला था। पत्र में RDX के प्रयोग से रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साज़िश का विवरण था।

उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश के मामले में शाहरुख खान नाम के एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया है। जब उसे गिरफ्तार किया गया तो वह घटनास्थल से कुछ दूर चला गया था। रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ के बाद छह संदिग्धों को छोड़ दिया गया और मुख्य संदिग्ध शाहरुख खान को पकड़ लिया गया।

अब तक की जाँच में उत्तर प्रदेश के कानपुर में ट्रेन को पलटने की साजिश में आतंकवादियों के शामिल होने के कई सबूत मिले हैं। कई सरकारी एजेंसियों द्वारा की गई जाँच में पता चला है कि ट्रेन पलटने की साजिश रचने वाला आरोपित शाहरुख खान एक कट्टरपंथी है। उसके खूंखार आतंकी संगठन ISIS के खुरासान मॉड्यूल से संदिग्ध संबंध हैं।

बता दें कि 9 सितंबर 2024 को कानपुर में अनवरगंज-कासगंज रूट पर चल रही कालिंदी एक्सप्रेस (14117) एक बड़ी दुर्घटना से बच गई थी। पटरी पर गैस सिलिंडर देखकर लोको पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर गाड़ी रोक दी थी। इससे एक बड़ा हादसा टल गया था। सिलेंडर से टकराने के बाद सिलिंडर में तेज धमाका हुआ था।

लोको पायलट ने बताया था कि उसे पटरी पर कोई संदिग्ध चीज दिखी थी, लेकिन जब तक वह ब्रेक लगाए तब उससे टक्कर हो गई और धमाके की आवाज हुई। मौके पर पहुँची पुलिस को जाँच में यहाँ से LPG सिलेंडर मिला। इसके आसपास एक पेट्रोल की बोतल और माचिस भी मिली। मौके पर से एक झोला भी मिला, बताया गया है कि इसमें बारूद थी।

ट्रेनों को पटरी उतारने की कई कोशिशें

पुलिस ने बताया है कि सिलेंडर को ट्रेन की पटरी पर ही रखा गया था जो हादसे के दौरान रगड़ खा गया। बीते कुछ समय में कई ऐसी घटनाएँ हो चुकी हैं, जिनमें जानबूझ कर ट्रेन की पटरी पर ऐसे सामान रखे गए जिनसे ट्रेन पलट सकती थी। इससे पहले 17 अगस्त, 2024 को कानपुर में ही साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी दुर्घटना हुई थी। इस हादसे में 17 डिब्बे पटरी से उतर गए थे।

इसके अलावा, अलीगढ़ में पटरी पर एक मोटरसाइकिल का पहिया रखा गया था। इस मामले में अफसान नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया था। यह सभी मामले तब सामने आए हैं जब पाकिस्तानी आतंकी फरहतुल्लाह गोरी भारत में ट्रेन और बाकी इन्फ्रा को निशाने पर लेने की बात कर रहा है। पाकिस्तान में रहने वाले आतंकी फरहतुल्लाह गोरी ने यह काम स्लीपर सेल से करने को कहा था।

सामने आए वीडियो में आतंकी गोरी ने कहा था कि ED आतंक की कमर तोड़ रहा है। इसका जवाब देने के लिए उसने देश भर में इन्फ्रा पर हमला करने को कहा था। वीडियो में गोरी बता रहा है कि कैसे ट्रेनों में अलग-अलग तरीके से धमाके किए जा सकते हैं। वह इसके लिए प्रेशर कुकर जैसी चीजों से बम बनाने का भी आईडिया दे रहा है। वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की शह पर काम कर रहा था।

साल 2019 में कालिंदी एक्सप्रेस में हुआ था विस्फोट

इससे पहले 21 फ़रवरी 2019 को कानपुर-भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस बम विस्फोट हुआ था। इसमें किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं आई थी। विस्फोट की जाँच करते समय सुरक्षा एजेंसियों को जैश-ए-मोहम्मद के संचालक द्वारा लिखा गया एक पत्र मिला था। पत्र में RDX के प्रयोग से रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साज़िश का विवरण था।

इस पत्र में शताब्दी एक्सप्रेस और दिल्ली-कानपुर मार्ग पर बने एक पुल पर हमला करने के बारे में भी लिखा था। कालिंदी एक्सप्रेस ने शाम 5:30 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन से भिवानी, हरियाणा की ओर यात्रा निकली थी। ट्रेन कानपुर से 40 किलोमीटर दूर बर्राजपुर स्टेशन पर शाम करीब 6:40 बजे पहुँची। बम धमाका सामान्य डिब्बे के टॉयलेट में हुआ था।

पत्र के मुताबिक कानपुर से 30 किमी दूर 27 फरवरी को एक पुल पर एक विस्फोट होना निर्धारित किया गया था। फिर, डेढ़ किलो RDX का उपयोग करके कानपुर-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस पर हमला किया जाना था। हमले से एक दिन पहले विस्फोटकों को दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल पर सौंप दिया जाना था। पत्र के ऊपरी भाग पर 786 और शब्द “पैगाम” लिखा था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कहीं तोड़ी माँ की मूर्ति, कहीं पंडाल में फेंके पेट्रोल बम: भारत से बांग्लादेश तक दुर्गा पूजा में इस्लामी कट्टरपंथियों ने हिंदू आस्था पर...

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान बमबाजी और मूर्तियों के विखंडन जैसी 35 सांप्रदायिक घटनाएँ हुईं, जिससे हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय में भय का माहौल बन गया है।

‘मदरसों को न दें सरकारी पैसा, मदरसा बोर्ड भंग करें’ : NCPCR चेयरमैन ने लिखा सभी राज्य के सचिवों को पत्र, कहा- यहाँ नहीं...

प्रियांक कानूनगो ने सिफारिश की है कि प्रदेश सरकारों द्वारा मदरसों को दिए जाने वाले फंड रोक लगे मदरसा बोर्डों को भी बंद किया जाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -